Vasai Jain Tirth, Bhadreswar (वसई जैन तिर्थ)

वसई जैन तिर्थ, भद्रेश्वर कच्छ, पुरने मुख्य द्वार के पीछे नया मंदिर

वसई जैन तिर्थ, भद्रेश्वर कच्छ, पुरने मुख्य द्वार के पीछे नया मंदिर

वसई जैन तिर्थ(जैन मंदिर), भद्रेश्वर कच्छ, माना जाता है कि अंदाजतन २५०० वर्ष पुर्व निर्माण कीया गया था ! वर्ष २००१ के भुकम्प के दौरान मंदिर खन्डित हो गया, संपुर्ण संगमरमर का बना हुआ था, भुकंप में खंडित होने से मंदिर को संपुर्ण तोड.कर फिर से बनाने का कार्य पिछ्ले ४-५ वर्षो से तेजी से चल रहा है!
पुराने मंदिर की हि बांती नया कार्य और नक्षा ध्यान मे लीया गया है, द्वार से भितर जाने पर गर्भ मे भगवान महावीर की मुर्त के मुख के से दर्शन होते हुए दिखेगे, राजस्थान के लाल पत्थर व संगमरमर का इस्तेमाल और राजस्थान के कारीगरो द्वारा मंदिर का कार्य सुन्दर रुप से निर्माण किया जा रहा है!

Badreswar

मंदिर के मुख्य गर्भ की छत कारीगरी का नमुना

यहां हाल के चल रहे नये कार्य में जैन मंदिरो मे का सुन्दर कला – कारीगरी का एक अदभुत दर्शन होता है!

temple of shiva

चोखंडा महादेव मंदिर, कच्छ

वसई जैन तिर्थ से मुख्य रास्ते पर दक्षिण की ओर २-३ किलोमीटर के अंतर पर चोखन्डा महादेव मंदिर है, भुकंप ने इस मंदिर को भी नष्ट कर दिया उपरान्त मंदिर का निर्माण नया रुप देकर कीया गया ! गर्भ मे सुन्दर शिव लींग के दर्शन व सुन्दर लाल पत्थर से बना यह मंदिर एकांत सी जगह में आध्यात्मीक शांति प्रधान करता है!